Personal Loan Kaise Le? दोस्तों क्या आप जानना चाहते है की पर्सनल लोन कैसे ले तो हमारे इस पोस्ट को पढ़े और जाने पर्सनल लोन कैसे मिलेगा. पर्सनल लोन की जरुरत कभी भी किसी को भी पड़ सकती है क्यूंकि हमें भी यह नहीं पता होता की भविष्य में हमारे साथ क्या घटना हो जाये और कितना खर्चा हो सकता है. अगर कोई अपने भविष्य के लिए पैसे बचा कर रखता है लेकिन इसका यह मतलब नहीं की उसे कभी पर्सनल लोन लेने की जरुरत नहीं होगी क्यूंकि समय के साथ जरुरत और खर्चा दोनों बदल जाते है इसलिए आप सभी को हमारा यह पोस्ट जरुर पढ़ना चाहिए. इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे की Personal Loan Kaise Le? पर्सनल लोन किसे मिल सकता है? एक व्यक्ति कितना पर्सनल लोन ले सकता है इन सभी बातों की जानकारी के लिए पोस्ट पढ़े.
Personal Loan Kaise Le यह जानने से पहले हमारा यह जानना भी जरुरी है की पर्सनल लोन क्या होता है? दोस्तों Personal Loan को हम हिंदी में व्यक्तिगत ऋण नाम से जानते है जिसका मतलब यह होता है की जो कर्ज हम अपने निजी कार्यो के लिए लेते है उसे पर्सनल लोन कहा जाता है. निजी कार्यो से मेरा मतलब उन सभी चीजो से है जो आपके काम आये जैसे की शादी के लिए पैसे, गाड़ी खरीदने के पैसे, इलाज के पैसे, विदेश घूमने के पैसे, पढ़ाई के लिए पैसे आदि जैसे जरुरत को पूरा करने के लिए लोग पर्सनल लोन लेते है. अगर आपने जरुरत के समय के लिए पैसे बचा कर रखे हो तो जरुरी नहीं की वो पैसे उस समय पर्याप्त मात्र में हो ऐसा भी मुमकिन है की आपको और भी पैसो की जरुरत पड़ जाये. आप चाहे तो उस समय अपने किसी रिश्तेदार से उधार भी ले सकते हो लेकिन कुछ लोग ऐसा करने में शर्मिंदगी महसूस करते है इसलिए बैंक के द्वारा पर्सनल लोन लेना ज्यादा उचित माना जाता है.
पर्सनल लोन लेने अगर आप किसी बैंक में जाते है तो आपको पर्सनल लोन इतने आसानी से नहीं दिया जाता. पर्सनल लोन को आसानी से इसलिए नहीं दिया जाता क्यूंकि यह एक तरह का असुरक्षित ऋण है इसे असुरक्षित इसलिए कहा जाता है क्यूंकि यह पुरे तरीके से आपके ऊपर विश्वास करके दिया जाता है. पर्सनल लोन के लिए आपको कुछ गिरवी रखने की जरुरत नहीं पड़ती इसलिए बैंक अगर किसी को पर्सनल लोन देने को तैयार होती है तो यह सिर्फ उस व्यक्ति पर विश्वास के कारण ही. बैंक को खुद पर विश्वास दिलवाने के लिए आपको उन्हें यह साबित करना पड़ता है की आप ऋण चुकाने में पूरी तरह सक्षम हो. बैंक आपकी मंथली इनकम, प्रोफेशन, संपत्ति को ध्यान में रख कर ही लोन देने को तैयार होते है. अगर बैंक को ऐसा लगता है की आप ऋण चूका सकते हो तब आपको पर्सनल लोन दिया जाता है और आप उन पैसो से कुछ भी करे बैंक को इससे कोई लेना देना नहीं होता बस उनको अपने पैसे सही सलामत चाहिए होते है.
Personal Loan Kaise Le? पूरी जानकारी:
अभी तक हम यह जान चुके है की पर्सनल लोन क्या है लेकिन अब हमारा यह जानना जरुरी है की पर्सनल लोन कैसे ले. पर्सनल लोन लेने के लिए आपको कुछ बातों का ज्ञान अच्छे से होना चाहिए इसलिए आपको मैं अब कुछ ऐसे सवालों के जवाब दूंगा जो पर्सनल लोन लेने से पहले पता होनी चाहिए.
Personal Loan Interest Rate:
पर्सनल लोन लेने से पहले सबसे ज्यादा यह जानना जरुरी है की ब्याज दर कितना है. मैं आपको बताना चाहूँगा की सभी बैंक ने अपना ब्याज दर निर्धारित किया हुआ है किसी बैंक का ब्याज दर कम तो किसी का ज्यादा हो सकता है. ब्याज दर इस पर भी निर्भर करता है की आप ऋण चुकाने में कितने ज्यादा सक्षम हो. मैं आपको कुछ जरुरी बातें बता देता हूँ जिसे ध्यान में रख कर बैंक ब्याज दर को कम ज्यादा कर सकते है.
- यदि किसी व्यक्ति के पास सरकारी नौकरी होती है तो बैंक खुद उनके पास लोन देने के लिए आते है. वहीं अगर कोई व्यक्ति मजदूरी करता है तो उसे लोन लेने के लिए बैंक के काफी चक्कर लगाने होते है. इसलिए सरकारी नौकरी वालो को कम ब्याज दर में लोन आसानी से मिल जाता है.
- अगर किसी व्यक्ति के पास सरकारी नौकरी नहीं है लेकिन आमदनी अच्छी है तो वो बैंक जा कर अपने दस्तावेज दिखा सकते है जिसमे आपके सैलरी का स्टेटमेंट लिखा हो. अगर बैंक को आप खुद पर विश्वास दिलाने में सफल होते है तो कम ब्याज की उम्मीद की जा सकती है.
- आपके क्रेडिट स्कोर को ध्यान में रख कर भी ब्याज कम ज्यादा हो सकता है. क्रेडिट स्कोर 300-900 के बीच होता है और क्रेडिट स्कोर जितना ज्यादा होगा उतने आसानी से आपको लोन कम ब्याज पर मिल सकता है. एक व्यक्ति का क्रेडिट स्कोर अगर 750 से ऊपर है तो उसे पर्सनल लोन मिलने में ज्यादा परेशानी नहीं होती. क्रेडिट स्कोर आपके बैंक के साथ पुराना रिकॉर्ड को देख कर तय किया जाता है.
- अगर आप बैंक के साथ लम्बे समय से जुड़े हुए है और समय-समय पर लेन देन भी करते है तो ब्याज में कटौती हो सकती है.
हम यह तो जान चुके है की ब्याज दर कैसे कम ज्यादा हो सकता है लेकिन अभी यह जानना भी जरुरी है की इंडिया में जो बैंक मोजूद है उनका ब्याज दर कितने से शुरू होता है. याद रहे यह ब्याज दर समय के साथ बदल भी सकता है लेकिन इस समय का ब्याज दर कुछ इस तरह से शुरू होते है.
Bank Name | Lowest Interest Rate |
---|---|
SBI Personal Loan | 12.50% |
HDFC Bank Personal Loan | 11.25% |
ICICI Bank Personal Loan | 11.25% |
Bajaj Finserv | 11.99% |
Citibank | 10.99% |
Axis Bank | 11.25% |
Tata Capital | 11.75% |
IndusInd Bank | 11.00% |
Kotak Bank | 11.50% |
RBL Bank | 13.99% |
IIFL | 12.99% |
Capital First | 14.00% |
HDB Financial | 13.99% |
Standard Chartered Bank | 10.99% |
PNB | 12.00% |
IDBI | 13.20% |
Syndicate Bank | 13.40% |
Union Bank of India | 12.70% |
Yes Bank | 10.75% |
IDFC First Bank | 13.50% |
Indian Bank | 11.05% |
Allahabad Bank | 13.15% |
Federal Bank | 11.49% |
Corporation Bank | 12.95% |
Canara Bank | 13.00% |
Bank of Baroda | 11.60% |
Bank of Maharashtra | 15.10% |
Andhra Bank | 11.55% |
Karur Vysya Bank | 13.90% |
Fixed or Floating Interest Rate:
इंटरेस्ट भी दो तरह के होते है Fixed Rate और Floating Rate. दोनों के इंटरेस्ट रेट में थोड़ा अंतर होता है Fixed Rate का इंटरेस्ट कभी नहीं बदलता चाहे मार्किट में इंटरेस्ट रेट कम क्यूँ न हो गया हो जब तक आप पूरा लोन नहीं चूका देते तब तक आपको उसी इंटरेस्ट रेट पर चलना होता है. Floating Rate की बात करे तो यह Fixed Rate से थोड़ा कम होता है और मार्किट के अनुसार घटता बढ़ता रहता है. अगर आप इंटरेस्ट रेट के साथ किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहते तो Fixed Rate आपके लिए ज्यादा अच्छा होगा.
Eligibility Criteria:
लोन लेने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए यह पूरी तरह से बैंक पर निर्भर करता है. इसमें आपकी उम्र, आप क्या काम करते हो, आपकी सैलरी कितनी है, आप लोन चुकाने में सक्षम हो या नहीं, आप किस जगह रहते हो इन सभी बातों को ध्यान में रखा जाता है. पर्सनल लोन लेने के लिए आपके पास नियमित आय स्रोत होना चाहिए दुसरे शब्दों में कहें तो आपके पास नौकरी या खुद के व्यवसाय का होना जरुरी है.
Minimum Loan Amount:
ऐसा बिलकुल नहीं है की आपको जितने पैसो की जरुरत हो आपको उतना ही लोन दिया जाये. सभी बैंक का न्यूनतम ऋण तय होता है जिससे कम का लोन आपको नहीं दिया जा सकता. वैसे देखा गया है की ज्यादातर बैंक आपको Rs 30,000 से कम का लोन नहीं देती.
Maximum Loan Amount:
चाहे आप कोई नौकरी करते हो या खुद का व्यवसाय आपको ज्यादा से ज्यादा कितने तक का पर्सनल लोन मिल सकता है यह आपके इनकम पर निर्भर करता है. अगर कोई खुद का व्यवसाय करता है तो बैंक पिछले कुछ महीनों में आपकी मासिक आय कितनी रही है इस बात को ध्यान में रखते है. ऐसा देखा गया है की बैंक आपको उतना ही लोन देते है जिसके EMI को भरने में आपके मासिक आय का सिर्फ 30% से 40% तक जाये. यह इस बात पर भी निर्भर करता है की आप इस समय किसी दुसरे लोन का EMI भर रहे है या नहीं.
Extra Charge Payable:
आपके प्रिंसिपल अमाउंट के साथ आपको कुछ एक्स्ट्रा चार्ज भी लगा कर लोन दिया जाता है. यह चार्ज प्रोसेसिंग फीस कहलाता है जिसमे आपके लोन अमाउंट के साथ 1-2% तक प्रोसेसिंग फीस भी जुड़ा होगा. जितना ज्यादा लोन अमाउंट होगा उतना ही ज्यादा प्रोसेसिंग फीस होता है क्यूंकि लोन देने से पहले बैंक को काफी कागजी कार्रवाई भी करने होते है जिसमे खर्चा आता है.
Documents Required:
पर्सनल लोन देने से पहले बैंक आप से कुछ डॉक्यूमेंट की मांग करते है. आपसे कोनसे डॉक्यूमेंट की मांग की जाती है यह पुरे तरीके से बैंक पर निर्भर करता है. वैसे कुछ साधारण डॉक्यूमेंट ही आप से मांगे जाते है जैसे की इनकम प्रूफ, एड्रेस प्रूफ, पहचान पत्र, पासपोर्ट साइज़ फोटोग्राफ आदि जैसे डॉक्यूमेंट.
Prepaying Loan:
अगर आपने किसी बैंक से लोन ले रखा है और EMI आपको 2 साल तक भरनी है. लेकिन आपके पास कुछ समय बाद इतने पैसे आ जाते है की आप पूरा लोन एक बार में ही ख़तम कर सकते है तो यह कुछ बैंक में मुमकिन है. कुछ बैंक ऐसे भी है जिसमे आप समय से पहले ही पूरा लोन दे सकते हो लेकिन यह कुछ समय तक EMI चुकाने के बाद ही किया जा सकता है. इसकी पूरी जानकारी के लिए आप जिस बैंक से लोन लेना चाहते हो उनसे संपर्क कर सकते हो.
Joint Loan:
अगर किसी को ज्यादा पैसो का लोन चाहिए लेकिन एक व्यक्ति के इनकम के हिसाब से उसे उतना लोन नहीं मिल रहा हो तो वो व्यक्ति जॉइंट लोन की मदद ले सकता है. जॉइंट लोन में आपके साथ कोई दूसरा पार्टनर भी शामिल होता है और लोन आप दोनों के नाम पर तैयार किये जाते है. पार्टनर में आपके साथ आपकी बीवी या माता पिता हो सकते है लेकिन याद रहे जॉइंट लोन सभी बैंक नहीं प्रदान करते इसलिए पहले बैंक से इस बारे में संपर्क करे.
Lower or Higher EMI:
लोन लेते समय आपको EMI भी तय करना होता है की आप कब तक पूरा लोन चूका सकते हो. यह समय 12 से 60 महीने तक का हो सकता है जिसमे आपको हर महीने EMI देना होता है. अगर आपकी इनकम ज्यादा नहीं है तो कम EMI पर ही लोन लेना उचित होगा अगर आप ज्यादा EMI भर सकते है तो यह और भी अच्छा होगा. याद रहे अगर आप कम EMI के तरफ जाते है तो लम्बे समय तक आपको EMI भरना होता है जिसे चुकाने में थोड़े ज्यादा पैसे लग जाते है.
Some Important Points:
- पर्सनल लोन तभी ले जब आपको इसकी बहुत ज्यादा जरुरत हो. क्यूंकि जैसा की हमने ऊपर बताया था पर्सनल लोन असुरक्षित ऋण होता है इसलिए इसका ब्याज दर दुसरे लोन के मुकाबले अधिक होता है.
- हमेशा कोशिश करे की पर्सनल लोन कम से कम पैसो का हो. अगर आप ज्यादा पैसो का लोन लेते है तो लम्बे समय तक EMI देना होता है.
- इस बात का भी ध्यान रहे की आप जिस EMI पर लोन ले रहे हो क्या आप उसे सही समय पर हर महीने चुकाने में सक्षम हो या नहीं.
- हमेशा EMI की व्यवस्था पहले से कर के रखे ताकि कल को अगर बिज़नेस में कोई नुकसान भी हो जाये तो EMI चुकाने में दिक्कत न आये.
- बाज़ार में ऐसे एजेंट भी मोजूद होते है जिनका किसी भी बैंक से लेना देना नहीं होता और आसानी से लोन दिलवाने का वादा करके कमीशन के रूप पैसो की धोखाधड़ी करते है. ऐसे एजेंट से हमेशा सावधान रहे और लोन लेने के लिए सीधा बैंक से ही संपर्क करे.
Final Words:
तो दोस्तों आज हमने इस पोस्ट में जाना की Personal Loan Kaise Le? पूरी जानकारी हिंदी में. अगर आप पर्सनल लोन लेना चाहते होंगे तो यह पोस्ट पढ़ कर आपको पर्सनल लोन से जुड़ी सभी जानकारी मिल गयी होगी. पर्सनल लोन जब भी लेने जाये तो किसी बड़े बैंक या राष्ट्रीयकृत बैंक में ही जाये ताकि आपके साथ कोई धोखाधड़ी न हो. मैं उम्मीद करता हूँ आपको हमारा यह पोस्ट जरुर पसंद आया होगा. आप भी इस पोस्ट को शेयर करके हमारा हौसला बढ़ा सकते हो ताकि इसी तरह के और भी पोस्ट हम आपके लिए लिखते रहे.