डायनासोर का अंत कैसे हुआ? डायनासोर कैसे मरे

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आज हम इस पोस्ट में जानेंगे की Dinosaur Ka Ant Kaise Hua? Dinosaur Kaise Mare पूरी जानकारी. आप सभी जानते हो डायनासोर एक प्रजाति हुआ करती थी जो आज धरती से विलुप्त हो चुकी है. लेकिन जब हम डायनासोर के बारे में सुनते है तब हमारे दिमाग में यह सवाल जरुर आता है डायनासोर का अंत कैसे हुआ? डायनासोर कैसे मरे. यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब हर कोई जानना चाहता है क्योंकि यह प्रजाति हर किसी के लिए अनेक सवाल खड़े करता है. इस पोस्ट में हम कोशिश करेंगे आप सभी को डायनासोर की पूरी जानकारी देने के लिए. चलिए जानते है डायनासोर का अंत कैसे हुआ? डायनासोर कैसे मरे पूरी जानकारी हिंदी में.

dinosaur ka ant kaise hua

डायनासोर काफी विशाल हुआ करता था शायद अगर यह विलुप्त न होते तो धरती पर मानव जीवन भी संभव नहीं हो पाता. हालाँकि आजतक किसी ने डायनासोर को नहीं देखा और जितने भी तथ्य इस प्रजाति के बारे में दिए गये है सभी अनुमान और अवशेष के तौर पर दिए गये है. जब डायनासोर का युग हुआ करता था उस समय मानव जाती इस धरती पर अस्तित्व में ही नहीं थे अगर होते भी तो शायद ही कोई इस विशाल जानवर से बच पाता. ऐसे ही बहुत से बातें अब हम जानने वाले है तो चलिए जानते है डायनासोर का अंत कैसे हुआ? डायनासोर कैसे मरे.

डायनासोर का अंत कैसे हुआ?

डायनासोर का अंत एक बहुत बड़े ऐस्टरॉइड के धरती से टकराने से हुआ था. एक बात जो बीबीसी डाक्यूमेंट्री में सामने आई है की अगर यह ऐस्टरॉइड धरती से 30 सेकंड पहले या 30 सेकंड बाद भी टकराते तो डायनासोर शायद ख़त्म ही नहीं होते और यह ऐस्टरॉइड अटलांटिक या प्रशांत महासागर के गहरे पानी में गिरता. ऐसा इसलिए क्योंकि इस समय इसका असर जमीनी भूभाग पर इतना कम होता की डायनासोर को कोई नुकसान नहीं पहुँचता.

यह ऐस्टरॉइड मेक्सिको के युकटॉन प्रायद्वीप से टकराया था जिस वजह से उस जगह 111 मील चौड़ा और 20 मील गहरा गड्ढा बन गया था. जब वैज्ञानिकों द्वारा इस गड्ढे की जांच हुई तो वहां की चट्टान में सल्फर कम्पाउन्ड पाया गया. ऐस्टरॉइड के चट्टान से टकराने के बाद यह चट्टान धुल में परवर्तित हो गयी जिससे हवा में धुल का बादल बन गया था. इसके परिणामस्वरूप पूरी धरती ठंडी हो गई और पूरे एक दशक तक इसी स्थिति में रही. इन सभी कारणों से लगभग उस समय जितने भी जीव थे सभी की म्रत्यु हो गयी. जिस समय लोगो को इनके विनाश का कारण नहीं मालूम था उस समय ऐसा माना जाता था कि काल के स्वाभाविक प्रवाह में जीवों के स्वरूप बदलते गए या जीव नष्ट होते गए और नई प्रजातियाँ पैदा होती गयी.

डायनासोर जिसका यूनानी भाषा में अर्थ बड़ी छिपकली होता है. यह प्रजाति धरती पर लगभग 16 करोड़ वर्ष तक अस्तित्व में रहे जिनका विनाश आज से लगभग 6.5 करोड़ वर्ष पहले हुआ था. डायनासोर भी कई प्रकार के हुआ करते थे जीवाश्म विज्ञानियों ने डायनासोर के अब तक 500 विभिन्न वंशों और 1000 से अधिक प्रजातियों की पहचान की है और इनके अवशेष पृथ्वी के हर महाद्वीप पर पाये जाते है. आप लोगो को शायद जानकर हैरानी हो सभी डायनासोर मांसाहारी नहीं होते थे कुछ डायनासोर की प्रजाति शाकाहारी भी माने जाते है. आपको शायद यह भी जानकर हैरानी होगी की सभी डायनासोर का आकार विशाल नहीं होता था कुछ डायनासोर मानव आकार के तो कुछ मानव से भी छोटे होते थे. चलिए ऐसे ही कुछ रोचक तथ्य डायनासोर के बारे में जानते है जो शायद ही किसी को पता हो.

  • डायनासोर इस धरती पर लगभग 16 करोड़ साल तक अस्तित्व में रहे लेकिन मानव ने अभी तक सिर्फ 25 लाख साल गुजारे है उस हिसाब से डायनासोर ने हम लोगो से 64 गुणा ज्यादा समय धरती पर व्यतीत किये.
  • डायनासोर धरती के हर महाद्वीप पर स्थित थे यहां तक ही अंटार्टिका में भी उनके अवशेष पाए गए.
  • सभी डायनासोर का आकार विशाल नहीं होता था कुछ डायनासोर मानव आकार के तो कुछ मानव से भी छोटे होते थे.
  • कुछ डायनासोर के पूंछ 45 फीट से भी ज्यादा लंबे होते थे जो भागते समय उनका संतुलन बनाने में मदद करते थे.
  • किसी को नहीं पता एक डायनासोर का जीवनकाल कितना होता था लेकिन कुछ वैज्ञानिक के हिसाब यह लगभग 200 साल तक जीवत रहते.
  • सबसे बड़ा डायनासोर का अंडा बास्केटबॉल जितने आकार का होता था और जितना बड़ा अंडा उतनी मोटी उसकी बाहरी खोल. इस वजह से अगर इससे भी ज्यादा बड़ा अंडा होता तो शायद डायनासोर के बच्चे इससे बाहर ही नहीं निकल पाते.
  • सबसे पहले धरती पर मांसाहारी डायनासोर ने जन्म लिया उसके बाद सर्वाहारी तथा शाकाहारी ने जन्म लिया.
  • ज्यादातर डायनासोर शाकाहारी ही होते थे.
  • शाकाहारी डायनासोर अपनी सुरक्षा के लिए एक साथ झुण्ड में रहना अधिक पसंद करते थे.
  • ज्यादातर मांसाहारी डायनासोर अपने दो पैरों पर भागते थे इससे उन्हें भागने में भी आसानी होती और अपने दोनों हाथों से शिकार भी कर लेते. लेकिन ज्यादातर शाकाहारी डायनासोर अपने चारों पैर का इस्तेमाल करते इससे उनका भारी शारीर संतुलित रहता था.
  • एक नवजात मानव बच्चे का दिमाग ज्यादातर वयस्क डायनासोर से बड़ा होता है.
  • डायनासोर अक्सर चट्टान भी निगल लेते यह चट्टान उनके पेट में भोजन को पीसन में मदद करते थे.

Final Words:

तो दोस्तों आज हमने इस पोस्ट में जाना की Dinosaur Ka Ant Kaise Hua? Dinosaur Kaise Mare पूरी जानकारी. इस पोस्ट को पढ़ने के बाद मैं उम्मीद करता हूँ आप सभी को पता चल गया होगा की डायनासोर का अंत कैसे हुआ, डायनासोर कैसे मरे इसके अलावा हमने इस पोस्ट में डायनासोर के बारे में कुछ रोचक तथ्य भी जाने जो शायद ही किसी को पता हो. इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप डायनासोर के बारे में काफी कुछ जान चुके होंगे अगर आप यह पोस्ट शेयर करते हो तो आपके दोस्तों को भी यह सब जानने को मिलेगा.

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मेरा नाम हेमंत जोशी है. मैंने दिल्ली के इंजीनियरिंग कॉलेज से बी.टेक किया हुआ है. मुझे टेक्नोलॉजी और एजुकेशन क्षेत्र में काफी दिलचस्पी है. इसलिए इस वेबसाइट पर मैं लोगो को टेक्नोलॉजी तथा करियर से सम्बंधित जानकारी देता हूँ.

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