टेलीफोन का आविष्कार किसने किया?

आज हम इस पोस्ट में जानेंगे की Telephone Ka Avishkar Kisne Kiya. इस पोस्ट में आपको टेलीफोन का आविष्कार किसने किया यह तो बताया ही जायेगा साथ हम इससे जुड़े बहुत से दिलचस्प बातें भी जानेंगे जो शायद ही आपको पता हो. जनरल नॉलेज के लिए, एग्जाम या फिर किसी कम्पटीशन में हिस्सा लेने के लिए आपको आविष्कारक की जानकारी होनी ही चाहिए. इस पोस्ट के बाद हम दुसरे भी आविष्कारक के बारे में जानेंगे लेकिन इस पोस्ट में हम टेलीफोन का आविष्कार किसने किया यह जानने वाले है.

telephone ka avishkar

आज जिस स्मार्टफ़ोन और मोबाइल का हम प्रयोग कर रहे है वह पहले कभी टेलीफोन का ही रूप हुआ करता था. समय के साथ परिवर्तन होता गया और टेलीफोन के युग से हम कब स्मार्टफ़ोन के युग में आ गये पता ही नहीं चला. इस सफ़र में हमने काफी कुछ एक साथ बदलते हुए देखा लेकिन एक चीज जो अभी भी सामान्य है वह है इसका काम मुख्य काम. टेलीफोन और स्मार्टफ़ोन दोनों का मुख्य काम नेटवर्क की मदद से एक आदमी को दुसरे आदमी से जोड़ने का है चाहे हम कितने भी दूर एक दुसरे संपर्क कर सकते है.

हालाँकि परिवर्तन काफी देखा गया है टेलीफोन और स्मार्टफ़ोन में जो किसी ने टेलीफोन के युग में सोचा भी नहीं होगा. स्मार्टफ़ोन की मदद से हम एक दुसरे से बात करने के अलावा भी बहुत कुछ कर सकते है जैसे की गेम खेल सकते है, इंटरनेट चला सकते है, फोटो तथा विडियो मेसेज भेज सकते है, विडियो कॉल कर सकते है, गाने सुन सकते है, मूवी देख सकते है, सोशल मीडिया का भी उपयोग स्मार्टफ़ोन पर किया जा सकता है जो टेलीफोन पर कभी मुमकिन नहीं था. लेकिन शुरुवात तो टेलीफोन से ही हुई थी इसलिए हमें टेलीफोन का आविष्कार किसने किया यह जरुर मालूम होना चाहिए.

टेलीफोन का आविष्कार किसने किया?

टेलीफोन का आविष्कार अलेक्जेंडर ग्राहम बेल द्वारा 1876 में हुआ था. इसके बाद 7 मार्च 1876 को ग्राहम बेल ने अपने इस टेलीफोन के आविष्कार को पेटेंट करवा लिया ताकि कोई दूसरा विज्ञानिक उनके इस आविष्कार को न चुरा पाए. इस खोज में उनकी मदद थॉमस वाटसन नामक उनके ही एक सहायक ने की थी. पहला शब्द जो ग्राहम बेल ने अपने सहायक को बोला था वह यह था की “Mr Watson, come here, I want to see you” जिसका मतलब है “श्रीमान वाटसन, इधर आइये, मैं आपको देखना चाहता हूँ”. यह आविष्कार धीरे-धीरे अमेरिका में फैलने लगा और 1880 तक अमेरिका में 49,000 से ज्यादा टेलीफोन स्थापित हो गये थे जो ग्राहम बेल के लिए काफी बड़ी उपलब्धि थी.

वैज्ञानिक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल का जन्म 3 मार्च 1847 को स्कॉटलैंड में हुआ था. ग्राहम बेल के पिता प्रोफेसर थे जबकि माँ गृहणी थी. ग्राहम बेल की माँ और पत्नी दोनों बहरी थी शायद यही वजह रही की ग्राहम बेल को ध्वनी विज्ञान में इतनी रूचि थी. उन्होंने प्रसिद्धि टेलीफोन के आविष्कार के बाद ही हासिल की लेकिन उनके दुसरे आविष्कार में मेटल डिटेक्टर, ऑडियोमीटर, फोटोफ़ोन, हाइड्रोफॉयल और एयरोनॉटिक्स शामिल है. इनकी मृत्यु 2 अगस्त 1922 को मधुमेह बीमारी के कारण हो गयी थी.

हालाँकि बहुत से विज्ञानिक ऐसा दावा भी करते है की उन्होंने ग्राहम बेल से पहले ही टेलीफोन का आविष्कार कर लिया था उनमे से एक इलिशा ग्रे थे. यह बात 14 फरवरी 1876 की है जब इलिशा ग्रे ने पेटेंट ऑफिस अपने आविष्कार का दावा करते हुए पेटेंट के लिए निवेदन किया. तब उन्हें पता चलता है की कुछ घंटे पहले ही कोई दूसरा व्यक्ति इस आविष्कार को अपने नाम कर चूका है जो कोई और नहीं अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ही थे. आदालत में काफी दिनों तक यह मुकदमा चला और ग्राहम बेल की जीत हुई. इलिशा ग्रे के हार का सबसे बड़ा कारण यह था की ग्राहम बेल ने असली पेटेंट एप्लीकेशन सबमिट किया था जबकि इलिशा ग्रे ने पेटेंट कैविएट सबमिट किया. पेटेंट कैविएट किसी भी तरह से आविष्कार का पूरा दावा नहीं करता बस पेटेंट में अपने आविष्कार के बारे में लिखा होता है साथ में कुछ छवि भी मोजूद होते है. पेटेंट कैविएट सबमिट करने के बाद आपको एक साल का समय मिल जाता है इस समय में आपको साबित करना होगा यह आविष्कार आपका ही है. इस समय में कोई दूसरा व्यक्ति आपका आविष्कार को अपना नहीं बता सकता. हालाँकि पेटेंट कैविएट अब काम नहीं करती. इन सब कारणों को देखते हुए अदालत ने फैसला लिया की असली आविष्कारक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल है.

Final Words:

तो दोस्तों आज हमने इस पोस्ट में जाना की Telephone Ka Avishkar Kisne Kiya पूरी जानकारी. इस पोस्ट में हमने टेलीफोन का आविष्कार किसने किया यह जानने के अलावा ऐसे भी तथ्यों को जाना जो शायद ही किसी को पता हो. आज भी अलेक्जेंडर ग्राहम बेल और इलिशा ग्रे के बीच हुई विवाद की चर्चा होती है. लेकिन असली सच किसी को नहीं पता इसीलिए सबसे पहले जिसने असली पेटेंट सबमिट किया उसे ही आविष्कारक माना जायेगा यही कारण था की ग्राहम बेल को हम टेलीफोन आविष्कारक के रूप में जानते है. अगर आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया हो तो शेयर जरुर करे.

Hemant Joshi
Hemant Joshi

मेरा नाम हेमंत जोशी है. मैंने दिल्ली के इंजीनियरिंग कॉलेज से बी.टेक किया हुआ है. मुझे टेक्नोलॉजी और एजुकेशन क्षेत्र में काफी दिलचस्पी है. इसलिए इस वेबसाइट पर मैं लोगो को टेक्नोलॉजी तथा करियर से सम्बंधित जानकारी देता हूँ.

Articles: 158

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *