ग्लोबल वार्मिंग क्या है? पूरी जानकारी

आज हम इस पोस्ट में जानेंगे की Global Warming Kya Hai पूरी जानकारी. आप सभी ने कभी ना कभी ग्लोबल वार्मिंग के बारे में जरुर सुना होगा. आज हम इसी विषय पर चर्चा करने वाले है की ग्लोबल वार्मिंग क्या है? ग्लोबल वार्मिंग का कारण? और ग्लोबल वार्मिंग के नुकसान आदि को संछिप्त में जानेंगे. ग्लोबल वार्मिंग काफी महत्वपूर्ण विषय है जिस बारे में लोगो को पता होनी चाहिए. अगर आपको ग्लोबल वार्मिंग की जानकारी नहीं है तो आपको पता ही नहीं होगा किस प्रकार हमारी पृथ्वी विनाश की और बढ़ रही है. इसलिए आज हम इस विषय पर गंभीर से चर्चा करेंगे.

global warming kya hai

अगर आपको याद हो तो पिछले पोस्ट में हमने भूकंप के बारे में विस्तार से जाना था. भूकंप भी पृथ्वी के लिए काफी भयानक साबित हो सकती है लेकिन वो प्राकृतिक आपदा है जिसका समाधान हमारे हाथों में नहीं है. ग्लोबक वार्मिंग बढ़ने का कारण इंसान है इसलिए हम इसे प्राकृतिक आपदा नहीं कह सकते. ग्लोबल वार्मिंग को हम चाहे तो बढ़ने से रोक सकते है लेकिन उसके लिए हमें यह पता होना चाहिए ग्लोबल वार्मिंग क्या है तथा उसके कारण.

आज हमारा इस पोस्ट को लिखने का एक ही उद्देश्य है की लोगो को पता चले उनके किये गये कार्यों से पृथ्वी को कितना नुकसान पहुँच रहा है. इस पोस्ट को पढ़ने के बाद अगर कोई अपने दिनचार्य में सुधार करता है तो मेरा इस पोस्ट को लिखने का मकसद सफल हो जायेगा. हमारी कोशिश रहेगी की इस पोस्ट को आसान से आसान भाषा में समझाया जाये ताकि सभी लोगो को ग्लोबल वार्मिंग की पूरी जानकारी मिले.

Global Warming Kya Hai?

ग्लोबल वार्मिंग क्या है अगर हम इसे सरल शब्दों में समझने की कोशिश करे तो पृथ्वी पर लगातार तापमान का बढ़ना ग्लोबल वार्मिंग कहलाता है. आपने भी इस बात पर जरुर ध्यान दिया होगा की पहले के मुकाबले अब ज्यादा गर्मी होती है जिसका कारण ग्लोबल वार्मिंग ही है. ग्लोबल वार्मिंग से पृथ्वी के तापमान में हो रही वृद्धि के परिणाम स्वरूप बारिश के तरीकों में बदलाव, हिमखण्डों और ग्लेशियरों के पिघलने, समुद्र के जलस्तर में वृद्धि और वनस्पति तथा जन्तु जगत पर बुरे प्रभाव का होना आदि इसके उदाहारण है.

ग्लोबल वार्मिंग विश्व के लिए कितनी बड़ी समस्या हो सकती है यह आम लोग नहीं जानते. उनके हिसाब से अगर वर्तमान में सब बढ़िया चल रहा तो भविष्य में भी सब अच्छा ही होगा. लेकिन लोगो का ऐसा सोचना ही ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ावा देता है. आज जब आप इस पोस्ट को आगे पढेंगे तब आपको पता चलेगा हम पर कितनी बड़ी समस्या आने वाली है. अगर ग्लोबल वार्मिंग को अभी नहीं रोका गया तो बाद में इसे रोकना लगभग असंभव हो जायेगा.

ग्लोबल वार्मिंग का कारण:

हम लोग यह जान चुके है की Global Warming Kya Hai लेकिन हमें यह भी पता होना चाहिए की ग्लोबल वार्मिंग के मुख्य कारण क्या है. मैं आप सभी को सरल भाषा में इसके कारण समझाने की कोशिश करूंगा तो चलिए जानते है.

Greenhouse Effect:

ग्लोबल वार्मिंग के जितने भी कारण है उनमे सबसे बड़ा कारण ग्रीनहाउस गैस है. ग्रीनहाउस गैसें उन्हें कहते है जो बाहर से मिल रही गर्मी या ऊष्मा को अपने अंदर सोख लेती है. ग्रीन हाउस गैसों का इस्तेमाल ज्यादातर पौधों को गर्म रखने के लिये उन सर्द इलाकों में किया जाता है जहा अत्यधिक सर्द मौसम में पौधें खराब हो जाते है. ऐसे में इन पौधों को ख़राब होने से बचाने के लिए काँच के एक बंद घर में रखा जाता है और उसमे ग्रीन हाउस गैस भर दी जाती है. यह गैस सूरज से आने वाली किरणों की गर्मी सोख लेती है और पौधों को गर्म रखती है. उसी प्रकार यह प्रक्रिया पृथ्वी के साथ होती है. सूरज से आने वाली किरणों से हमारी पृथ्वी गर्म हो जाती है और गर्मी की कुछ मात्रा पृथ्वी द्वारा सोख लिया जाता है. इस प्रक्रिया में हमारे पर्यावरण में फैली ग्रीनहाउस गैसों का महत्त्वपूर्ण योगदान है. CO2 जिसे हम कार्बन डाईऑक्साइड नाम से भी जानते है यह भी ग्रीनहाउस गैस का एक बहुत अच्छा उदाहरण है. हमारे वातावरण में ग्रीनहाउस गैस का लगातार बढ़ना ग्लोबल वार्मिंग का बहुत बड़ा कारण है.

Deforestation:

आजकल वनों की कटाई काफी तेजी से हो रही है और काफी बड़ी संख्या में पेड़ पौधों को काटा जा रहा है. आप सभी जानते हो हम जैसे मनुष्य और अन्य जीव जंतुओं के लिए पेड़ प्रकृति का वरदान है. एक बार के लिए मान लीजिये अगर पेड़ पौधें नहीं होते तो मनुष्य और जानवरों को फल कैसे प्राप्त होता, इतना ही नहीं बहुत से औषधि हमें वनों से ही प्राप्त होता है. लेकिन सबसे जरुरी बात पेड़ पोधों की आवश्यकता मनुष्य तथा अन्य जीन जंतुओं के ऑक्सीजन पूर्ति के लिए भी होती है. अगर पेड़ नहीं होंगे तो हमें ऑक्सीजन नहीं मिलेगा और हमारा जीना नामुमकिन हो जायेगा. पेड़ हमारे वातावरण से CO2 गैस सोख लेते है और बदले में ऑक्सीजन देते है. अगर हम इसी प्रकार पेड़ों को काटकर उनकी संख्या कम करते रहंगे तो ग्रीनहाउस गैस जैसे की CO2 की बढ़ती हुई मात्रा से ग्लोबल वार्मिंग को रोकना मुश्किल हो जायेगा.

Industry Pollution:

आजकल हर शहर में आपको फैक्ट्री देखने को मिल जाती है. अब लोग शहरों में हर जगह फैक्ट्री तो नहीं लगा सकते इसलिए ग्रामीण इलाकों में भी फैक्ट्री का स्थापन काफी तेजी से हो रहा है. औद्योगिक विकास के कारण आम लोगो को रोजगार मिल रहा है और व्यापारी खूब पैसा भी कमा रहे है. लेकिन एक बहुत बड़ी समस्या है जो हमेशा से वातावरण के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. फैक्ट्री भी काफी प्रकार के होते है और उनमे विभिन्न काम किये जाते है. फैक्ट्री से ग्रीनहाउस गसों का लगातार निकलना वातारवण को प्रदूषित कर रहा है. सरकार चाह कर भी फैक्ट्री पर रोक नहीं लगा सकती क्योंकि इससे देश की अर्थव्यस्था ख़राब हो सकती है.

Vehicle Pollution:

जितने भी यातायात के साधन है जैसे की बस, कार, बाइक, ऑटो, मेट्रो आदि सभी CO2 गैस वतारावन में छोड़ते है. यातायात के साधन के इतने दुष्परिणाम हो सकते है यह जानते हुए भी हम इन्हें प्रयोग करते है. हम सभी के लिए यातायात ऐसी जरुरत बन गयी है की इसके बिना हम घर से बाहर भी नहीं निकलते. आज एक देश से दुसरे देश सिर्फ एक दिन जितने समय में पहुँच सकते है अगर यातायात साधन ना हो तो ऐसा मुमकिन भी नहीं होता. लेकिन हम सभी को यातायात का कम से कम उपयोग करना चाहिए और जहां तक संभव हो सार्वजनिक परिवाहन का ही इस्तेमाल करे.

ग्लोबल वार्मिंग का नुकसान:

ग्लोबल वार्मिंग के एक नहीं काफी नुकसान है सिर्फ इंसानों के लिए नहीं बल्कि पृथ्वी पर रहने वाले दुसरे जीवजंतु तथा पेड़ पौधों के लिए भी. लेकिन इसका जिम्मेदार सिर्फ इंसान है फिर भी इस गलती की सज़ा पुरे पृथ्वी को मिल रही है. आज भी काफी लोग इसके खिलाफ आवाज़ उठाते है लेकिन समर्थन ना मिलने के वजह से यह आंदोलन ज्यादा समय तक टिक नहीं पाता. तो चलिए जानते है ऐसे कोनसे कारण है जिस वजह से ग्लोबल वार्मिंग को एक बहुत बड़ी समस्या के रूप में देखा जाता है.

Increase in Water Level:

जब ग्लोबल वार्मिंग बढ़ेगा मतलब पृथ्वी का तापमान बढ़ेगा तो स्वाभविक रूप से ज्यादा गर्मी के कारण बर्फ भी पिघलने लगते है. यहां हम साधारण बर्फ की बात नहीं कर रहे यहां समुद्री बर्फ की बात हो रही है. ऐसा देखा गया है की ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ते हुए खतरे के कारण अंटार्कटिका में पिछले तीन दशकों की तुलना में इस बार बर्फ पिघलने की रफ्तार कई गुना बढ़ चुकी है. स्टडी के दावे के मुताबिक 20 हज़ार वर्ग किलोमीटर का बर्फीला कवर यानी वेल्स के आकार जितना कवर हर दिन प्रभावित हुआ है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो बर्फ पिघलर कर पानी का बन जायेंगे जिससे बाढ़ की संभावना बढ़ जाएगी. इसके अलावा पेंगुइन जैसे जीव जो मुख्य रूप से अंटार्कटिका में निवास करते है इनका अस्तित्व भी खतरे में आ जायेगा.

Change in Climate:

ग्लोबल वार्मिंग के कारण मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है. कहीं असामान्य बारिश हो रही है तो कहीं असमय गर्मी हो रही है. कहीं सूखा है तो कहीं नमी कम नहीं हो रही है. वैज्ञानिक भी ऐसा मानते है कि इस परिवर्तन के पीछे ग्रीनहाउस गैस की मुख्य भूमिका है. आप भी न्यूज़ में जरुर देखते होंगे की अत्यधिक बारिश के वजह से या अत्यधिक गर्म मौसम के वजह से किसान के फसल बर्बाद हो जाते है. आजकल किसान आत्महत्या में वृद्धि इन्हीं सब कारणों से हो रही है. अगर इसे समय पर नहीं रोका गया तो आनाज मिलना मुश्किल हो जायेगा.

Health Related Problems:

ग्लोबल वार्मिंग सेहत के लिए भी चिंता का विषय बना हुआ है. डेंगू बुखार जो दुनियाभर के ऊष्णकटिबंधीय क्षेत्रों जैसे भारत और ब्राज़ील जैसे देशों में आम है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पिछले कुछ दशकों में डेंगू की वैश्विक घटनाओं में काफी तेज़ी से वृद्धि हुई है. हाल ही में हुए एक शोध के अनुसार, जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की वजह से यह वैश्विक स्तर पर खतरा बनता जा रहा है. अगर इसी तरह ग्लोबल वार्मिंग बढ़ता रहा तो एक समय ऐसा आएगा जब मनुष्य और दुसरे जीवजंतु गर्मी सहन करने में असमर्थ होंगे जिससे सीधा मृत्यु भी हो सकती है.

ग्लोबल वार्मिंग कैसे रोके:

अगर सच कहा जाये तो ग्लोबल वार्मिंग को पूरी तरह रोकना लगभग असंभव है लेकिन हम चाहे तो इसे बढ़ने से कम कर सकते है. तो चलिए जानते है एक जिम्मेदार नागरिक किस तरह से ग्लोबल वार्मिंग को रोक सकता है.

  • ग्लोबल वार्मिंग के बारे में हमें हर जगह लोगो को जागरूक करना होगा.
  • हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ पोधों को अपने आस पास लगाना होगा.
  • यातायात के साधन में डीजल और पेट्रोल की जगह सीएनजी, बायोडीजल, सौर उर्जा और बैटरी से चलने वाले यातायात की वृद्धि करनी होगी.
  • हर तरह के प्रदुषण को कम करना होगा.
  • हमें प्लास्टिक का इस्तेमाल कम से कम करना होगा.
  • जहां तक संभव हो सार्वजनिक परिवाहन का ही इस्तेमाल करे.

Final Words:

तो दोस्तों आज हमने जाना Global Warming Kya Hai? ग्लोबल वार्मिंग के कारण और नुकसान. इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको भी बहुत कुछ सिखने और जानने को मिला होगा. यह जानकारी आप से किसी भी एग्जाम में पूछ लिया जा सकता है इसके अलावा अगर आप मौसम बदलाव को समझना चाहते हो तब भी ग्लोबल वार्मिंग की जानकारी होना आवश्यक है. ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए किसी एक का प्रयास काफी नहीं होगा इसके लिए हम सभी को अपने कर्तव्य का पालन करना होगा. अगर आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया हो तो शेयर जरुर करे.

Hemant Joshi
Hemant Joshi

मेरा नाम हेमंत जोशी है. मैंने दिल्ली के इंजीनियरिंग कॉलेज से बी.टेक किया हुआ है. मुझे टेक्नोलॉजी और एजुकेशन क्षेत्र में काफी दिलचस्पी है. इसलिए इस वेबसाइट पर मैं लोगो को टेक्नोलॉजी तथा करियर से सम्बंधित जानकारी देता हूँ.

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